मेघा रे मेघा रे, मत परदेस जा रे
आज तू प्रेम का संदेस बरसा रे
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे
आज तू प्रेम का संदेस बरसा रे
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे
आज तू प्रेम का संदेस बरसा रे
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे(हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे)
कहाँ से तू आया, कहाँ जायेगा तू
कि दिल की अगन से, पिघल जायेगा तू
धुआं बन गयी है ख्यालों की महफ़िल
मेरे प्यार की जाने, कहाँ होगी मंज़िल
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे(मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे)
मेरे गम की, तू दवा रे(दवा रे)
आज तू प्रेम का संदेस बरसा रे
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे(हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे)
बरसने लगीं हैं बूँदें, तरसने लगा है मन
हो ज़रा कोई बिजली चमकी, नरजने लगा है मन
और ना डरा तू मुझको, ओ काले काले घन
मेरे तन को छू रही है, प्रीत की पहली की पवन
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे
आज तू प्रेम का संदेस बरसा रे
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे(हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे)
मन का मयूरा आज, मगन हो रहा है
मुझे आज ये क्या सजन हो रहा है
उमंगों का सागर उमड़ने लगा है
बाबुल का आँगन, बिछड़ने लगा है
न जाने कहाँ से , हवा आ रही है
उड़ के ये हमको, लिए जा रही है
ये रुत भीगी भीगी भिगोने लगी है
कि मीठे से नश्तर चुभोने लगी है
चलो और दुनिया बसायेंगे हम तुम
ये जन्मों का नाता, निभाएंगे हम तुम
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे(मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे)
आज तू प्रेम का संदेस बरसा रे
हो मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे(मेघा रे मेघा रे,मेघा रे मेघा रे)