बादल यूँ गरजता है डर कुछ ऐसा लगता है
बादल यूँ गरजता है डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी
बादल यूँ गरजता है डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी
बाहर भी तूफ़ान अन्दर भी तूफ़ान
बीच में दो तूफ़ानों के ये शीशे का मकान
बाहर भी तूफ़ान अन्दर भी तूफ़ान
बीच में दो तूफ़ानों के ये शीशे का मकान
चमक चमक के लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी
ये दीवानी शाम ये तूफ़ानी शाम
आग बरसती है सावन में पानी का है नाम
ये दीवानी शाम ये तूफ़ानी शाम
आग बरसती है सावन में पानी का है नाम
चमक चमक के लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी
तौबा हुस्न ए यार बदले रंग हज़ार
शर्म कभी आती है और कभी आता है प्यार
तौबा हुस्न ए यार बदले रंग हज़ार
शर्म कभी आती है और कभी आता है प्यार
चमक चमक के लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी
तुम बैठो उस पार हम बैठें इस पार
आओ अपने बीच बना लें हम कोई दीवार
तुम बैठो उस पार हम बैठें इस पार
आओ अपने बीच बना लें हम कोई दीवार
हो दिल फिर भी मिल सकता है
चमक चमक के लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी
बादल यूँ गरजता है डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी
बादल यूँ गरजता है डर कुछ ऐसा लगता है
आ हां आ हां लाला ला लाला ला