मेरी भीगी-भीगी सी पलकों पे रह गए
जले मन तेरा भी किसी के मिलन को
मेरी भीगी-भीगी सी पलकों पे रह गए
जले मन तेरा भी किसी के मिलन को
तुझे बिन जाने, बिन पहचाने
तुझे बिन जाने, बिन पहचाने
पर मेरे प्यार के बदले में तूने
जैसे बिरहा की रुत मैंने काटी
जले मन तेरा भी किसी के मिलन को
आग से नाता, नारी से रिश्ता
आग से नाता, नारी से रिश्ता
मुझे क्या हुआ था एक बेवफा पे
तेरी बेवाफाही पे हंसे जग सारा
जले मन तेरा भी किसी के मिलन को